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Wednesday, October 9, 2013

मेरी चाहत

क्या हुआ जो तूने ये होंठ सिल रखे,
आँखों ने तो तेरी सब बयाँ कर दिया,
माना कि प्यार है खामोशियों से तुम्हे,
धडकनों ने शोर यहाँ वहां कर दिया । 

छुपाये रखो जज्बातों को दिल ही दिल में,
ये तो एक हसीं सी अदा है तुम्हारी,
खोले बिना लब को ये क्या किया तूने,
दिल में मेरे तूने अपना निशाँ कर दिया । 

अदब से पेश हुआ नजराना दिल का,
न स्वीकारा न ठुकराया तूने ये क्या किया,
बचती रही अक्सर तुम मुझसे लेकिन,
मेरी चाहत ने मशहूर तेरा जहाँ कर दिया ।

चुप्पी ये तेरी इकरार ही तो है ऐ "दीप",
तुझमें ही अब सबकुछ है पा लिया मैंने,
ख्वाबों की दुनिया में ले चला तुझको,
कहाँ मैं था और तूने कहाँ कर दिया । 

(आज मेरे ब्लॉग को फॉलो करने वाले भद्रजनों की संख्या 100 हो गई है । आप सबके सहयोग, स्नेह और आशीर्वाद के लिए बहुत बहुत आभार । आप सब अपना स्नेह यूँ ही बनाये रखे |)

31 comments:

  1. बहुत सुन्दर रचना |
    लेटेस्ट पोस्ट नव दुर्गा
    नई पोस्ट साधू या शैतान

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  2. बहुत बहुत आभार आपका ।

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  3. बहुत बहुत आभार आपका ।

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  4. बहुत खूब ,मन को प्रभावित करती सुंदर रचना ...!
    नवरात्रि की शुभकामनाएँ .

    RECENT POST : अपनी राम कहानी में.

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  5. बढ़िया प्रस्तुति-
    आभार भाई -
    नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें -

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  6. सुन्दर रचना !!
    नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ !!

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  7. भावों से भरी हुयी कविता के लिए आभार।

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  8. भावो को शब्द दे दिए आपने......

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  9. सुन्दर रचना ..बहुत बढिया..नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ !!

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  10. माना कि प्यार है खामोशियों से तुम्हे,
    धडकनों ने शोर यहाँ वहां कर दिया । ..
    बिलकुल नया उदाहरण प्रदीप भाई .. विजयादशमी की सुभकामनाएँ

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  11. चुप्पी ये तेरी इकरार ही तो है ऐ "दीप",
    तुझमें ही अब सबकुछ है पा लिया मैंने,
    ख्वाबों की दुनिया में ले चला तुझको,
    कहाँ मैं था और तूने कहाँ कर दिया ।

    बहुत सशक्त भावाभिव्यक्ति। शुक्रिया प्रदीप जी आपकी टिपण्णी का।

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  12. छुपाये रखो जज्बातों को दिल ही दिल में,
    ये तो एक हसीं सी अदा है तुम्हारी,
    खोले बिना लब को ये क्या किया तूने,
    दिल में मेरे तूने अपना निशाँ कर दिया । वाह

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  13. वाह वाह
    बहुत सुन्दर प्रस्तुति..
    नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें

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  14. बहुत ही सुन्दर .. दुर्गापूजा की हार्दिक शुभकामनायें

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  15. सुन्दर प्रस्तुति..
    नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें

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  16. चुप्पी ये तेरी इकरार ही तो है ऐ "दीप",
    तुझमें ही अब सबकुछ है पा लिया मैंने,
    बहुत सुन्दर रचना
    नवरात्रि की शुभकामनाएँ ...
    भ्रमर५

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  17. bahut sundar ..chuppy ki aawaj ko ignore kar hi nahi sakte ...

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  18. संख्या 100 होने पर बल्‍ले बल्‍ले

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  19. प्रेम की सुंदर और सार्थक अभिव्यक्ति
    उत्कृष्ट प्रस्तुति
    बधाई

    आग्रह मेरे ब्लॉग में भी समल्लित हों
    पीड़ाओं का आग्रह---
    http://jyoti-khare.blogspot.in

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  20. हार्दिक शुभकामनाएँ

    सुन्दर रचना ...

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  21. मन की भाव को सुन्दर शब्द दिए हैं ...
    दशहरा की मंगल कामनाएं ...

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  22. इस मनभावन रचना के लिए हार्दिक बधाई ..सादर

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  23. Achhi Rachna Ka Prastutikaran. Thank You So Much Sahni Ji.

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  24. लीजिये साहब एक और फालोवेर ...बधाई !

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