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Wednesday, December 12, 2012

बारह, बारह, बारह


बारह, बारह, बारह का, अजब गज़ब संयोग |
यादगार सबके लिए, न हो कोई वियोग ||

कोई शादी कर रहा, कहीं जन्म की तैयारी |
शुरू करे कोई नए काम, कोई करे ख़रीदारी ||

जीवन में उमंग रहे, खुशियाँ रहे हर पल |
सब कोई बाँटे मुस्कान, हँसते रहो पल-पल ||

सफल सबके काम हो, यही करूँ मैं कामना |
हे ईश्वर आशीष दे, हाथ सबका थामना ||

6 comments:

  1. बारह, बारह, बारह का, अजब गज़ब संयोग |
    यादगार सबके लिए, न हो कोई वियोग ||

    वाह ,,, बहुत उम्दा,लाजबाब अद्भुत संयोग ....

    recent post: रूप संवारा नहीं,,,

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  2. बारह, बारह, बारह का, अजब गज़ब संयोग
    :)
    वाऽह ई. प्रदीप कुमार साहनी जी !
    संयोग बनने के साथ ही !! अच्छा है …

    शुभकामनाओं सहित…


    #
    12-12-12 के अद्भुत् संयोग के अवसर पर लीजिए आनंद , कीजिए आस्वादन वर्ष 2012 के 12वें महीने की 12वीं तारीख को
    12 बज कर 12 मिनट 12 सैकंड पर शस्वरं पर पोस्ट किए मेरे लिखे 12 दोहों का

    :)

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  3. 12/12/12 पर ये भी बहुत अच्छा है।
    आभार !!

    मेरी नयी पोस्ट पर आपका स्वागत है  बेतुकी खुशियाँ

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  4. खुबसूरत अभिवयक्ति......

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  5. और वो पल कुछ ही पलों में बीत भी गया अतीत बन कर

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  6. "बारह, बारह, बारह का, अजब गज़ब संयोग|
    यादगार सबके लिए, न हो कोई वियोग|"

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